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RBI ने बदले बैंकिंग नियम! एक से ज्यादा बैंक अकाउंट वालों के लिए बुरी खबर RBI Banking Rule

RBI Banking Rule  सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई अफवाह वायरल होती रहती है। कभी नए नोट को लेकर, तो कभी बैंकिंग नियमों को लेकर। हाल ही में एक ऐसी ही खबर तेजी से वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि अब दो या अधिक बैंक खाते रखने वालों पर ₹10,000 का भारी जुर्माना लगेगा।

इस खबर ने लोगों के बीच हड़कंप मचा दिया और कई लोग अपने अतिरिक्त बैंक खाते बंद करने की सोचने लगे। लेकिन क्या यह खबर सच है? आइए जानते हैं इस वायरल खबर की असलियत और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के वास्तविक नियमों के बारे में।

वायरल दावा: क्या कहा जा रहा है?

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर किए जा रहे मैसेज में दावा किया गया है कि आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक नया नियम लागू किया है। इस नियम के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति के पास दो या दो से अधिक बैंक खाते हैं, तो उस पर ₹10,000 का जुर्माना लगेगा। इस पोस्ट में यह भी कहा गया है कि यह नियम जल्द ही लागू होने वाला है और सभी को अपने अतिरिक्त बैंक खाते बंद करवा लेने चाहिए।

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वायरल संदेश में आगे दावा किया गया है कि आरबीआई का यह कदम मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी जैसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए उठाया गया है। इसमें यह भी बताया जा रहा है कि बैंकों को अपने ग्राहकों की जानकारी आरबीआई के साथ साझा करनी होगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसके पास कितने बैंक खाते हैं।

सच्चाई क्या है?

असलियत यह है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने ऐसा कोई नया नियम लागू नहीं किया है। न ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस संबंध में कोई बयान दिया है। यह खबर पूरी तरह से अफवाह है और इसका कोई वास्तविक आधार नहीं है।

प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक विभाग ने भी इस खबर को फर्जी बताया है। PIB फैक्ट चेक ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर स्पष्ट किया है कि आरबीआई ने ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया है जिसमें कहा गया हो कि दो या अधिक बैंक खाते रखने पर जुर्माना लगेगा।

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क्या भारत में एक से अधिक बैंक खाते रखना अवैध है?

नहीं, भारत में एक से अधिक बैंक खाते रखना बिल्कुल वैध है। कानूनी रूप से, एक व्यक्ति जितने चाहे उतने बैंक खाते रख सकता है, बशर्ते कि वह सभी खातों के लिए आवश्यक केवाईसी (Know Your Customer) प्रक्रिया को पूरा करे और इन खातों का उपयोग किसी भी अवैध गतिविधि के लिए न करे।

वास्तव में, कई लोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए अलग-अलग बैंक खाते रखते हैं:

  1. सैलरी अकाउंट: नौकरी या पेंशन के पैसे प्राप्त करने के लिए
  2. बचत खाता: दीर्घकालिक बचत के लिए
  3. चालू खाता: व्यापारिक लेनदेन के लिए
  4. सावधि जमा खाता: निश्चित समय के लिए निवेश हेतु
  5. संयुक्त खाता: परिवार के सदस्यों के साथ साझा उपयोग के लिए

इन सभी प्रकार के खातों का रखरखाव करना पूरी तरह से कानूनी है और इससे कोई नियम का उल्लंघन नहीं होता।

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फिर बैंकिंग नियमों में सावधानी क्यों जरूरी है?

हालांकि एक से अधिक बैंक खाते रखना अवैध नहीं है, लेकिन बैंकिंग नियमों के अनुपालन में सावधानी बरतना जरूरी है। आरबीआई और बैंक निम्नलिखित मामलों में कार्रवाई कर सकते हैं:

  1. संदिग्ध लेनदेन: अगर आपके बैंक खातों में अनियमित और संदिग्ध लेनदेन होते हैं, जैसे अचानक बड़ी रकम का आना-जाना।
  2. अनियमित केवाईसी: यदि आपके बैंक खातों की केवाईसी जानकारी अपडेट नहीं है या गलत जानकारी दी गई है।
  3. टैक्स चोरी: अगर आप अपने बैंक खातों का उपयोग आयकर से बचने के लिए कर रहे हैं।
  4. मनी लॉन्ड्रिंग: यदि अवैध रूप से कमाए गए पैसे को वैध बनाने के लिए बैंक खातों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

इन मामलों में बैंक और आरबीआई कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं, लेकिन केवल एक से अधिक बैंक खाते रखने के लिए कोई जुर्माना नहीं लगता।

आरबीआई के वास्तविक नियम क्या हैं?

आरबीआई के वास्तविक नियम बैंकिंग व्यवस्था को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने पर केंद्रित हैं। कुछ महत्वपूर्ण नियम इस प्रकार हैं:

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  1. केवाईसी अनिवार्यता: हर बैंक खाते के लिए केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य है, जिसमें पहचान और पते के प्रमाण शामिल हैं।
  2. पैन/आधार लिंकिंग: आयकर विभाग के निर्देशानुसार, सभी बैंक खातों को पैन और आधार कार्ड से लिंक करना अनिवार्य है।
  3. संदिग्ध लेनदेन की रिपोर्टिंग: बैंकों को ₹10 लाख से अधिक के नकद लेनदेन या अन्य संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट आरबीआई और वित्तीय खुफिया इकाई-भारत (FIU-IND) को करनी होती है।
  4. डॉर्मेंट अकाउंट: अगर कोई बैंक खाता दो साल से अधिक समय तक निष्क्रिय रहता है, तो उसे डॉर्मेंट (निष्क्रिय) घोषित कर दिया जाता है और फिर से सक्रिय करने के लिए केवाईसी अपडेट करना होता है।

इनमें से किसी भी नियम में यह नहीं कहा गया है कि दो या अधिक बैंक खाते रखने पर कोई जुर्माना लगेगा।

सोशल मीडिया पर अफवाहों से कैसे बचें?

सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली ऐसी अफवाहों से बचने के लिए कुछ उपाय हैं:

  1. आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें: किसी भी बैंकिंग या वित्तीय नियम के बारे में जानकारी के लिए आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट (www.rbi.org.in) या अपने बैंक की वेबसाइट देखें।
  2. फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट्स का उपयोग करें: PIB फैक्ट चेक जैसी आधिकारिक फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट्स से जानकारी सत्यापित करें।
  3. अफवाह को आगे न बढ़ाएं: अगर आपको कोई संदिग्ध खबर मिलती है, तो उसे बिना सत्यापन के आगे शेयर न करें।
  4. क्रिटिकल थिंकिंग का अभ्यास करें: किसी भी खबर को स्वीकार करने से पहले उसकी तार्किकता पर विचार करें और अपनी समझ का उपयोग करें।

कैसे मिलती है सही जानकारी?

अगर आप बैंकिंग नियमों या आरबीआई के दिशानिर्देशों के बारे में जानना चाहते हैं, तो निम्नलिखित स्रोतों से सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:

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  1. आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट: आरबीआई अपनी वेबसाइट पर नियमित रूप से नए दिशानिर्देश और नियम प्रकाशित करता है।
  2. आपके बैंक की वेबसाइट या मोबाइल ऐप: अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों को नए नियमों और परिवर्तनों के बारे में सूचित करते हैं।
  3. आरबीआई की प्रेस विज्ञप्ति: महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों के लिए आरबीआई प्रेस विज्ञप्ति जारी करता है।
  4. सरकारी अधिसूचनाएं: वित्त मंत्रालय और अन्य सरकारी विभाग आधिकारिक अधिसूचनाएं जारी करते हैं।

यह स्पष्ट है कि दो या अधिक बैंक खाते रखने पर ₹10,000 का जुर्माना लगने की खबर पूरी तरह से अफवाह है। भारत में एक से अधिक बैंक खाते रखना पूरी तरह से वैध और आम बात है। हालांकि, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके सभी बैंक खाते नियमों के अनुसार संचालित हों और उनकी केवाईसी अपडेटेड हो।

जैसे-जैसे डिजिटल बैंकिंग और सोशल मीडिया का प्रसार बढ़ रहा है, ऐसी अफवाहें भी बढ़ रही हैं। इसलिए हमेशा सतर्क रहें और किसी भी वित्तीय या बैंकिंग संबंधी जानकारी को आधिकारिक स्रोतों से ही सत्यापित करें। आरबीआई और बैंक हमेशा अपने ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखकर ही नियम बनाते हैं, न कि उन्हें परेशान करने के लिए।

 

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