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सोने की कीमतों में भारी गिरावट! drop in gold prices

drop in gold prices भारत में सोना और चांदी सिर्फ आभूषण ही नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण निवेश माध्यम भी है। हर रोज इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है, जिससे निवेशकों और आम जनता के लिए इन कीमतों पर नज़र रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है। विशेषकर त्योहारी मौसम में ये दर अधिक उतार-चढ़ाव दिखाते हैं। 17 फरवरी 2025 को सोने की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई, जबकि चांदी के दाम में मामूली गिरावट आई। ऐसे परिवर्तन निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत होते हैं।

वर्तमान दर

वर्तमान में 10 ग्राम सोने का मूल्य ₹85,998 है, जबकि एक किलोग्राम चांदी ₹97,953 में बिक रही है। ये दर अलग-अलग शहरों में थोड़े भिन्न हो सकते हैं, लेकिन बड़े महानगरों में लगभग समान ही रहते हैं। सोने की कीमतें वैश्विक बाज़ार और भारतीय मांग पर निर्भर करती हैं, इसलिए भविष्य में इन कीमतों में किस प्रकार का बदलाव होगा, इस पर बाज़ार की नज़र है।

प्रमुख शहरों में सोने के दर

मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों में सोने के दर लगभग एक समान हैं:

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  • 22 कैरेट सोना: ₹80,000 प्रति 10 ग्राम
  • 24 कैरेट शुद्ध सोना: ₹87,000 प्रति 10 ग्राम
  • 18 कैरेट सोना: ₹65,000 प्रति 10 ग्राम

बड़े शहरों में सोने के दाम तुलनात्मक रूप से स्थिर रहते हैं, लेकिन वैश्विक बाज़ार की गतिविधियों से इन पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए भविष्य में ये दर बढ़ या घट सकते हैं।

कर और स्थानीय प्रभाव

भारत के विभिन्न शहरों में सोने के दाम में जो अंतर दिखाई देता है, वह मुख्य रूप से स्थानीय करों और जीएसटी के कारण होता है:

  • दिल्ली में 22 कैरेट सोने का दाम ₹80,260 है, जो अन्य शहरों की तुलना में थोड़ा अधिक है। इसका कारण वहाँ का जीएसटी और स्थानीय कर है।
  • चेन्नई में 18 कैरेट सोने का दाम ₹66,110 है, जो तुलनात्मक रूप से अधिक है।
  • हर शहर में कर और मांग-आपूर्ति के आधार पर सोने के दाम बदलते रहते हैं।

हॉलमार्किंग का महत्व

सोना खरीदते समय उसकी शुद्धता सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है। हॉलमार्किंग सोने की गुणवत्ता का एक आधिकारिक प्रमाणपत्र है। भारत सरकार ने हॉलमार्किंग को अनिवार्य कर दिया है, जिससे ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाला सोना मिलता है।

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हॉलमार्क वाले आभूषण खरीदना अधिक सुरक्षित है, क्योंकि:

  • यह शुद्धता की गारंटी देता है
  • भविष्य में सोने को बेचते समय बेहतर मूल्य प्राप्त होता है
  • बाज़ार में मिलावटी सोना भी मौजूद हो सकता है, इसलिए हमेशा हॉलमार्क वाले गहनों का ही चयन करना चाहिए

सोने की कीमतों पर वैश्विक घटनाओं का प्रभाव

सोने के दाम रोज़ाना बदलते रहते हैं और इसके पीछे कई कारण हैं:

  1. वैश्विक बाज़ार की स्थिति – यदि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने की मांग अधिक हो, तो दाम बढ़ते हैं।
  2. डॉलर का मूल्य – डॉलर की कीमत में वृद्धि या कमी से सोने के दाम प्रभावित होते हैं।
  3. ब्याज दरों में बदलाव – बैंकों के ब्याज दर कम होने पर लोग अधिक सोना खरीदते हैं, जिससे दाम बढ़ते हैं।
  4. राजनीतिक तनाव और युद्धजन्य परिस्थितियां – ऐसे समय में लोग निवेश के रूप में सोना खरीदते हैं, जिससे इसकी कीमत बढ़ती है।

त्योहारों का प्रभाव

त्योहारों के दौरान लोग बड़ी मात्रा में सोना खरीदते हैं। इस वजह से त्योहारी मौसम में सोने की कीमतें बढ़ने की संभावना रहती है।

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  • त्योहार से पहले सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है।
  • सोने के दाम कम होने पर निवेश करना लाभदायक हो सकता है।
  • मांग बढ़ने पर दाम बढ़ते हैं, इसलिए सही समय पर खरीदारी करना महत्वपूर्ण है।

सोने में निवेश करते समय सावधानियां

सोने में निवेश करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  1. हमेशा हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें।
  2. विश्वसनीय दुकानों से ही खरीदारी करें।
  3. खरीदारी के बिल और प्रमाणपत्र सुरक्षित रखें, जो भविष्य में काम आ सकते हैं।
  4. विभिन्न दुकानों के दामों की तुलना करें।
  5. सोने के दाम नियमित रूप से बदलते रहते हैं, इसलिए सही समय पर निवेश करें।

क्या भविष्य में सोने के दाम बढ़ेंगे?

अर्थशास्त्रियों के अनुसार, आने वाले कुछ महीनों में सोने के दाम बढ़ सकते हैं:

  1. वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता – निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प के रूप में चुन रहे हैं।
  2. बैंकों की नीतियां – केंद्रीय बैंक अपनी आर्थिक नीतियों में बदलाव कर रहे हैं, जिससे सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  3. प्रौद्योगिकी और आभूषण उद्योग में बढ़ती मांग – इससे सोने के दाम बढ़ सकते हैं।

चांदी के दर और उसका महत्व

जहां सोना लक्जरी और निवेश का प्रतीक है, वहीं चांदी औद्योगिक उपयोग और निवेश दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। वर्तमान में चांदी का दाम ₹97,953 प्रति किलोग्राम है, जो पिछले कुछ दिनों से थोड़ा कम है।

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चांदी निवेश के लिए भी एक अच्छा विकल्प है क्योंकि:

  • यह सोने की तुलना में सस्ती है और छोटे निवेशकों के लिए उपयुक्त है
  • इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स और सौर ऊर्जा उद्योग में बढ़ रहा है
  • भविष्य में मांग बढ़ने की संभावना है

सोने के सही खरीदारी के लिए सुझाव

  1. हॉलमार्क वाले गहनों का चयन करें।
  2. विभिन्न दुकानों के दामों की जांच करके खरीदारी करें।
  3. बिल और प्रमाणपत्र सुरक्षित रखें।
  4. विश्वसनीय सराफा व्यापारियों से ही खरीदें।
  5. मेकिंग चार्जेस कितने हैं, यह समझें।
  6. अचानक बड़ी छूट और ऑफर्स पर विश्वास न करें।

डिजिटल गोल्ड: एक नया विकल्प

आधुनिक समय में, भौतिक सोने के अलावा, डिजिटल गोल्ड निवेश का एक नया तरीका बन गया है:

  • यह भौतिक सोने की सुरक्षा प्रदान करता है बिना भंडारण की चिंता के
  • छोटी राशि से भी निवेश किया जा सकता है
  • खरीदने और बेचने में आसानी होती है
  • हमेशा शुद्धता की गारंटी रहती है

भले ही वर्तमान में सोने के दाम स्थिर हों, लेकिन भविष्य में इनमें वृद्धि हो सकती है। सही समय पर और उचित दर पर खरीदारी करने से निवेशकों को अच्छा लाभ मिल सकता है। इसलिए खरीदारी से पहले बाज़ार का अध्ययन करके ही निर्णय लेना चाहिए।

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हॉलमार्क वाले गहनों का चयन करके और उचित विक्रेता से खरीदारी करके दीर्घकालिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है। सोने और चांदी में निवेश करते समय हमेशा सतर्क रहें और विशेषज्ञों की सलाह लें। आज के अस्थिर आर्थिक माहौल में, सोना और चांदी अभी भी सुरक्षित निवेश विकल्प माने जाते हैं, जो आपके पोर्टफोलियो को विविधता और स्थिरता प्रदान कर सकते हैं।

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