Advertisement

1 अप्रैल से UPI नियमों में बदलाव: डिजिटल पेमेंट यूज़र्स के लिए जरूरी खबर Changes in UPI rules

Changes in UPI rules डिजिटल भुगतान के इस युग में, भारत ने विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने भारतीयों के भुगतान करने के तरीके में आमूलचूल परिवर्तन ला दिया है। स्मार्टफोन और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच के साथ, अब गांव से लेकर शहर तक हर जगह डिजिटल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है। छोटे दुकानदार से लेकर बड़े व्यापारी तक, सभी ने QR कोड के माध्यम से यूपीआई भुगतान को अपनाया है।

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024-25 में यूपीआई के माध्यम से लगभग 150 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए, जो भारत की अर्थव्यवस्था में डिजिटल भुगतान के महत्व को दर्शाता है। हर महीने औसतन 10 अरब से अधिक यूपीआई लेनदेन होते हैं, जो विश्व में सबसे अधिक डिजिटल भुगतान की संख्या है।

1 अप्रैल 2025 से लागू हुए नए नियम

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 1 अप्रैल 2025 से यूपीआई भुगतान प्रणाली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य डिजिटल भुगतान को अधिक सुरक्षित बनाना और साइबर धोखाधड़ी को रोकना है। आइए इन नियमों को विस्तार से समझते हैं:

Also Read:
₹18,000 है बेसिक सैलरी? तो 8वें वेतन आयोग में बढ़कर ₹79,794 तक पहुंच सकता वेतन 8th Pay Commission

1. निष्क्रिय मोबाइल नंबर का हटाना

NPCI ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे अपने सिस्टम से ऐसे मोबाइल नंबर हटा दें जो लंबे समय से निष्क्रिय हैं। अगर कोई ग्राहक अपना मोबाइल नंबर बदल चुका है और नए नंबर को बैंक में अपडेट नहीं कराया है, तो पुराना नंबर सिस्टम से हटा दिया जाएगा। इससे उस पुराने नंबर से जुड़े यूपीआई लेनदेन अमान्य हो जाएंगे।

2. डीएक्टिवेशन अलर्ट सिस्टम

बैंकों को अब ग्राहकों को पहले से सूचित करना होगा कि उनका मोबाइल नंबर निष्क्रिय पाया गया है और जल्द ही सिस्टम से हटाया जा सकता है। यह अलर्ट ग्राहक के रजिस्टर्ड ईमेल, पोस्टल एड्रेस या अन्य संपर्क माध्यमों से भेजा जाएगा। ग्राहक को 30 दिनों का समय दिया जाएगा अपना नंबर अपडेट कराने के लिए।

3. सख्त KYC मानदंड

NPCI ने यूपीआई के लिए KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया को और अधिक सख्त कर दिया है। अब नए यूजर्स को यूपीआई रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर का उपयोग करना होगा। इससे फर्जी रजिस्ट्रेशन पर रोक लगेगी और साइबर फ्रॉड को कम किया जा सकेगा।

Also Read:
क्या एक महीने में ठीक हो जाता है सिबिल स्कोर, लोन लेने वाले जान लें ये जरूरी बात CIBIL Score Rule

4. ट्रांजैक्शन लिमिट पर नियम

नए नियमों के तहत, नॉन-वेरिफाइड यूपीआई अकाउंट्स के लिए दैनिक लेनदेन की सीमा 10,000 रुपये तक सीमित कर दी गई है। पूरी तरह से वेरिफाइड अकाउंट्स के लिए यह सीमा 1,00,000 रुपये प्रतिदिन है। हालांकि, बिजनेस अकाउंट्स के लिए अलग और उच्च सीमा निर्धारित की गई है।

नए नियमों का प्रभाव: पेमेंट फेल क्यों हो रहे हैं?

1 अप्रैल 2025 के बाद से, कई लोगों के यूपीआई पेमेंट फेल होने की शिकायतें सामने आई हैं। यह समस्या मुख्य रूप से निम्न कारणों से हो रही है:

1. अपडेट न किए गए मोबाइल नंबर

बहुत से लोगों ने अपना मोबाइल नंबर बदल लिया है, लेकिन बैंक में इसकी जानकारी अपडेट नहीं कराई। इस स्थिति में, पुराने नंबर से जुड़े यूपीआई के माध्यम से किए जाने वाले सभी लेनदेन फेल हो जाएंगे। बैंक डेटाबेस से निष्क्रिय नंबरों को हटाने के नए नियम के कारण, इस समस्या का सामना करने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है।

Also Read:
RBI अलर्ट: सबसे ज्यादा नकली नोट 100 के! जानिए कैसे करें असली-नकली में फर्क – RBI Guidelines

2. मोबाइल नंबर रीसाइकल की समस्या

टेलीकॉम कंपनियां आमतौर पर 90 दिनों से अधिक समय तक निष्क्रिय रहने वाले मोबाइल नंबरों को रीसाइकल कर देती हैं, यानी उन्हें नए ग्राहकों को आवंटित कर देती हैं। अगर कोई व्यक्ति अपना पुराना नंबर छोड़ देता है और वह नंबर किसी और को मिल जाता है, तो यह गंभीर सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकता है। इसलिए, NPCI ने ऐसे पुराने नंबरों से जुड़े यूपीआई लेनदेन को बंद करने का फैसला लिया है।

3. KYC अपडेशन की आवश्यकता

नए नियमों के तहत, यूपीआई उपयोगकर्ताओं को अपना KYC नियमित रूप से अपडेट करना होगा। कई लोगों ने अपना KYC अपडेट नहीं किया है, जिसके कारण उनके यूपीआई लेनदेन फेल हो रहे हैं।

पेमेंट फेल होने पर क्या करें? समाधान और सुझाव

अगर आपका यूपीआई पेमेंट फेल हो रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप निम्न कदम उठाकर इस समस्या का समाधान कर सकते हैं:

Also Read:
लाखों की कमाई के बाद भी लोन नहीं मिलेगा, जानिए सिबिल स्कोर के नियम CIBIL Score

1. बैंक में मोबाइल नंबर अपडेट करें

सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण कदम है – अपने बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की जांच करना और अगर नंबर बदल गया है तो नया नंबर अपडेट कराना। आप यह काम निम्न तरीकों से कर सकते हैं:

  • नजदीकी बैंक शाखा में जाकर
  • नेट बैंकिंग के माध्यम से (अगर उपलब्ध हो)
  • बैंक के मोबाइल ऐप के माध्यम से
  • बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके

2. यूपीआई ऐप में रीरजिस्ट्रेशन करें

नया मोबाइल नंबर बैंक में अपडेट कराने के बाद, आपको अपने यूपीआई ऐप (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm, BHIM) में पुन: रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान, अपना नया मोबाइल नंबर दर्ज करें और वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी करें। आमतौर पर यह प्रक्रिया निम्न चरणों में पूरी होती है:

  • ऐप में जाकर लॉगआउट करें
  • नए मोबाइल नंबर से लॉगिन करें
  • बैंक अकाउंट को फिर से लिंक करें
  • यूपीआई पिन सेट करें

3. KYC अपडेट करें

अगर आपका यूपीआई पेमेंट KYC की समस्या के कारण फेल हो रहा है, तो अपना KYC अपडेट करें। ज्यादातर यूपीआई ऐप में KYC अपडेशन का विकल्प होता है। आप आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करके अपना KYC अपडेट कर सकते हैं।

Also Read:
पर्सनल लोन नहीं भरने पर क्या कर सकता है बैंक, लोन लेने वाले जान लें नियम Personal Loan Rule

4. अधिकृत कस्टमर केयर से संपर्क करें

अगर उपरोक्त समाधानों के बाद भी आपका यूपीआई पेमेंट फेल हो रहा है, तो अपने बैंक या यूपीआई ऐप के अधिकृत कस्टमर केयर से संपर्क करें। उन्हें अपनी समस्या विस्तार से बताएं और उनके निर्देशों का पालन करें।

यूपीआई का सुरक्षित उपयोग: सावधानियां और सुझाव

यूपीआई का सुरक्षित उपयोग करने के लिए, निम्न सावधानियां बरतें और सुझावों का पालन करें:

1. नियमित रूप से मोबाइल नंबर अपडेट करें

जब भी आप अपना मोबाइल नंबर बदलें, तुरंत अपने बैंक में नया नंबर अपडेट कराएं। इससे यूपीआई लेनदेन में कोई बाधा नहीं आएगी और आपका पैसा सुरक्षित रहेगा।

Also Read:
RBI का तोहफा, घटी Repo Rate, EMI में मिलेगी राहत Repo Rate:

2. यूपीआई पिन की सुरक्षा

अपना यूपीआई पिन किसी के साथ साझा न करें, यहां तक कि अपने परिवार के सदस्यों के साथ भी नहीं। समय-समय पर अपना पिन बदलते रहें और इसे अपने फोन में सेव न करें।

3. अनजान लिंक या QR कोड से सावधान रहें

किसी भी अनजान लिंक या QR कोड को स्कैन करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच करें। धोखेबाज अक्सर फर्जी QR कोड के माध्यम से पैसे निकालने की कोशिश करते हैं।

4. संदिग्ध लेनदेन तुरंत रिपोर्ट करें

अगर आपको कोई संदिग्ध लेनदेन दिखे या आपके खाते से अनधिकृत राशि कट जाए, तो तुरंत अपने बैंक और यूपीआई ऐप को इसकी सूचना दें। जितनी जल्दी आप रिपोर्ट करेंगे, उतनी ही अधिक संभावना होगी कि आपका पैसा वापस मिल जाए।

Also Read:
सिबिल स्कोर पर RBI ने बनाए 6 नए नियम, अब सस्ता मिलेगा लोन – CIBIL Score Rule Update

5. यूपीआई ऐप को अपडेटेड रखें

हमेशा अपने यूपीआई ऐप का नवीनतम वर्जन इस्तेमाल करें। नए अपडेट अक्सर सुरक्षा और प्रदर्शन में सुधार लाते हैं।

सुरक्षित डिजिटल भुगतान का महत्व

1 अप्रैल 2025 से लागू हुए नए यूपीआई नियम भले ही शुरुआत में कुछ असुविधा पैदा कर रहे हों, लेकिन ये नियम आपकी वित्तीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं। डिजिटल भुगतान की दुनिया में बढ़ते साइबर अपराधों के बीच, ये नियम आपके पैसे और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।

हम सभी को इन नियमों का स्वागत करना चाहिए और अपने मोबाइल नंबर, KYC और अन्य जानकारी को नियमित रूप से अपडेट रखना चाहिए। सावधानी और जागरूकता के साथ, हम यूपीआई जैसे डिजिटल भुगतान माध्यमों का लाभ उठा सकते हैं और एक कैशलेस अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

Also Read:
कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी! 8th Pay Commission से सैलरी में सीधे ₹19,000 की बंपर बढ़ोतरी, देखें कैलकुलेशन

याद रखें, “सावधानी ही सुरक्षा है” – अपने डिजिटल वित्तीय लेनदेन में हमेशा सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें। सुरक्षित डिजिटल भुगतान, सशक्त भारत की नींव है।

 

Also Read:
21 अप्रैल से लागू होंगे जमीन रजिस्ट्री के नए नियम, जानिए क्या है नए नियम Land Registration New Rules

Leave a Comment

Whatsapp Group