Senior Citizen 4 New Schemes जीवन के सुनहरे वर्षों में प्रवेश करते समय वित्तीय सुरक्षा की चिंता स्वाभाविक है। हमारे देश में वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने 2025 में कई महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की हैं, जो उनके आर्थिक जीवन को सुरक्षित और सम्मानपूर्ण बनाने में सहायक हों। इन योजनाओं का लक्ष्य न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करना है, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों को स्वावलंबी और आत्मविश्वासी बनाए रखना भी है।
आयकर में बड़ी राहत: वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष प्रावधान
हमारे देश के अर्थशास्त्रियों का मानना है कि वरिष्ठ नागरिकों को कर में विशेष छूट देना न केवल एक सामाजिक दायित्व है, बल्कि अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभदायक है। 2025 के बजट में इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
कर छूट सीमा में विस्तार
वित्त मंत्रालय ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयकर छूट सीमा को 7 लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया है। इसका सीधा अर्थ है कि अब वरिष्ठ नागरिक 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई कर नहीं देंगे। यह वृद्धि उन सभी परिवारों के लिए बड़ी राहत है, जहां बुजुर्गों की आय पर निर्भरता है।
टीडीएस छूट में वृद्धि
आर्थिक विशेषज्ञ श्री राजेश शर्मा के अनुसार, “टीडीएस सीमा का 50,000 रुपये से बढ़कर 1 लाख रुपये होना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बड़ा लाभ है, विशेषकर उनके लिए जो अपनी बचत पर ब्याज से जीवनयापन करते हैं।”
अब फिक्स्ड डिपाजिट और बचत खातों पर 1 लाख रुपये तक का ब्याज बिना किसी कटौती के मिलेगा, जिससे वरिष्ठ नागरिकों की तरलता में वृद्धि होगी। 75 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए कर प्रक्रिया को और सरल बनाया गया है, जिससे उन्हें अनावश्यक परेशानी से बचाया जा सकेगा।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS): सुरक्षित निवेश का आधार
किसी भी वित्तीय योजना की सफलता उसके द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा और रिटर्न पर निर्भर करती है। सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम इन दोनों मापदंडों पर खरी उतरती है।
उच्च ब्याज दर के साथ सुरक्षित निवेश
2025 में, सरकार ने SCSS की ब्याज दर को बढ़ाकर 8.2% कर दिया है, जो अन्य सुरक्षित निवेश विकल्पों से अधिक है। बैंकिंग क्षेत्र के विशेषज्ञ श्रीमती अनिता गुप्ता बताती हैं, “वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में, जहां मुद्रास्फीति एक चिंता का विषय है, 8.2% का रिटर्न वास्तव में आकर्षक है, विशेषकर सरकारी गारंटी के साथ।”
निवेश सीमा और लचीलापन
इस योजना में न्यूनतम 1,000 रुपये से लेकर अधिकतम 30 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। पांच वर्ष की अवधि के साथ, यह योजना त्रैमासिक ब्याज भुगतान का विकल्प प्रदान करती है, जो नियमित आय की आवश्यकता वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
कर लाभ
SCSS में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर धारा 80C के अंतर्गत कर छूट का लाभ मिलता है। यह दोहरा लाभ प्रदान करता है – एक ओर जहां आप अपनी बचत पर उच्च रिटर्न प्राप्त करते हैं, वहीं दूसरी ओर कर देनदारी में भी कमी आती है।
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS): सेवानिवृत्ति के लिए दीर्घकालिक योजना
सेवानिवृत्ति के बाद की जीवनशैली को सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक योजना आवश्यक है। नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अधिक टैक्स छूट
2025 में सरकार ने NPS के अंतर्गत 2 लाख रुपये तक की कर छूट की घोषणा की है। यह छूट धारा 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये के साथ मिलकर कुल 2.5 लाख रुपये तक की कर बचत सुनिश्चित करती है।
निवेश विकल्पों में लचीलापन
NPS की मुख्य विशेषता इसके निवेश विकल्पों में लचीलापन है। निवेशक अपनी जोखिम क्षमता और उम्र के अनुसार इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और सरकारी प्रतिभूतियों के बीच अपना वितरण निर्धारित कर सकते हैं।
सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी श्री महेश वर्मा के अनुभव से, “मैंने 58 वर्ष की आयु में NPS में निवेश शुरू किया और अब 65 वर्ष की आयु में, मैं देख सकता हूं कि मेरे निवेश ने मेरी अपेक्षाओं से अधिक प्रतिफल दिया है।”
आपातकालीन चिकित्सा खर्चों के लिए आंशिक निकासी
2025 की नई पहल के अंतर्गत, NPS में आपातकालीन चिकित्सा खर्चों के लिए आंशिक निकासी की सुविधा प्रदान की गई है। यह विशेष रूप से बुढ़ापे में होने वाले अप्रत्याशित स्वास्थ्य खर्चों को देखते हुए एक महत्वपूर्ण प्रावधान है।
स्वास्थ्य बीमा पर अतिरिक्त लाभ: बढ़ती उम्र की सुरक्षा
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां और उनसे जुड़े खर्च भी बढ़ते जाते हैं। इस वास्तविकता को ध्यान में रखते हुए, 2025 में स्वास्थ्य बीमा पर विशेष प्रावधान किए गए हैं।
धारा 80D के अंतर्गत बढ़ी हुई छूट
आयकर अधिनियम की धारा 80D के तहत स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर अब अधिक कर छूट उपलब्ध है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है, जो पहले 50,000 रुपये थी।
बिना बीमा वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष प्रावधान
जिन वरिष्ठ नागरिकों के पास स्वास्थ्य बीमा नहीं है, उनके लिए भी चिकित्सा खर्चों पर कर लाभ का प्रावधान किया गया है। यह विशेष रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य बीमा नहीं लिया था।
डॉक्टर सुनीता राव के अनुसार, “बुढ़ापे में स्वास्थ्य सेवाओं की लागत एक बड़ी चिंता का विषय होती है। सरकार का यह कदम वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत है, विशेषकर जब अस्पताल के खर्च लगातार बढ़ रहे हैं।”
अतिरिक्त लाभदायक योजनाएँ
उपरोक्त प्रमुख योजनाओं के अतिरिक्त, वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय विकल्प भी उपलब्ध हैं:
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS)
नियमित मासिक आय की आवश्यकता वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना एक उत्कृष्ट विकल्प है। वर्तमान में 7.4% की ब्याज दर के साथ, यह योजना 9 लाख रुपये तक के निवेश की अनुमति देती है।
सेवानिवृत्त शिक्षक रमेश पाटिल साझा करते हैं, “मैं और मेरी पत्नी दोनों MIS का लाभ उठा रहे हैं। हर महीने की निश्चित आय हमें वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है और हमें अपने दैनिक खर्चों की योजना बनाने में मदद करती है।”
आरबीआई बॉन्ड्स
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किए गए बॉन्ड्स एक अन्य सुरक्षित निवेश विकल्प हैं। 8.05% की ब्याज दर और 7 वर्ष की अवधि के साथ, ये बॉन्ड्स मध्यम अवधि के निवेश के लिए उपयुक्त हैं।
समग्र दृष्टिकोण: आपके लिए सही चुनाव
हर वरिष्ठ नागरिक की वित्तीय आवश्यकताएँ और परिस्थितियाँ अलग-अलग होती हैं। इसलिए, इन योजनाओं में से किसी एक या संयोजन का चयन करते समय व्यक्तिगत परिस्थितियों का ध्यान रखना आवश्यक है।
वित्तीय सलाहकार श्री प्रकाश जैन सुझाते हैं, “वरिष्ठ नागरिकों को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न योजनाओं का मिश्रण बनाना चाहिए। उदाहरण के लिए, तत्काल जरूरतों के लिए SCSS और दीर्घकालिक सुरक्षा के लिए NPS का संयोजन एक अच्छा विकल्प हो सकता है।”
सुरक्षित भविष्य की ओर
2025 में लाई गई ये योजनाएँ वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक समग्र वित्तीय सुरक्षा जाल प्रदान करती हैं। आयकर छूट से लेकर उच्च ब्याज दर वाली बचत योजनाओं तक, इन पहलों का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
यह समय है जब हमारे वरिष्ठ नागरिक इन योजनाओं का लाभ उठाकर अपने सेवानिवृत्त जीवन को सुरक्षित और सम्मानपूर्ण बनाएं। जैसा कि हमारे पूर्वजों ने कहा है, “योजना के बिना जीवन, जीवन के बिना योजना के समान है।” आइए इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने वरिष्ठ नागरिकों के भविष्य को सुरक्षित बनाएं।
हालांकि, किसी भी निवेश निर्णय से पहले वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श करना सदैव उचित रहता है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की वित्तीय स्थिति और आवश्यकताएँ भिन्न होती हैं। सही मार्गदर्शन के साथ, ये योजनाएँ वास्तव में वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में एक नई आशा की किरण बन सकती हैं।