Railway New Scheme भारतीय रेल, जिसे अक्सर देश की जीवन रेखा कहा जाता है, हर दिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। आम आदमी से लेकर व्यापारी, छात्र, मजदूर और पर्यटक – सभी के लिए रेल यात्रा जीवन का अभिन्न हिस्सा है। लेकिन इस यात्रा के दौरान सबसे बड़ी चिंताओं में से एक रही है – स्वच्छ और किफायती भोजन की उपलब्धता। इस समस्या को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे ने एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए ‘IRCTC इकोनॉमी मील्स’ योजना शुरू की है, जो आम यात्री के लिए वरदान साबित हो रही है।
IRCTC इकोनॉमी मील्स: एक परिचय
‘IRCTC इकोनॉमी मील्स’ भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) द्वारा शुरू की गई एक अभिनव योजना है, जिसका उद्देश्य आम यात्रियों को कम कीमत पर पौष्टिक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराना है। इस योजना की शुरुआत 2023 में एक प्रायोगिक परियोजना के रूप में की गई थी, जिसे प्रारंभ में देश के 64 रेलवे स्टेशनों पर लागू किया गया था। योजना की सफलता को देखते हुए, अब इसे 100 से अधिक स्टेशनों पर विस्तारित कर दिया गया है, और आने वाले समय में इसका दायरा और भी बढ़ने की संभावना है।
यह योजना मुख्य रूप से उन यात्रियों के लिए लक्षित है जो जनरल डिब्बों में यात्रा करते हैं, जिनके पास आमतौर पर खाने के लिए सीमित विकल्प होते हैं। जनरल कोच में यात्रा करने वालों के लिए न तो ई-कैटरिंग सुविधा उपलब्ध होती है और न ही पेंट्री कार तक पहुंच, जिससे उन्हें अक्सर प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले अस्वच्छ और महंगे खाने पर निर्भर रहना पड़ता है।
किफायती भोजन के विकल्प
IRCTC इकोनॉमी मील्स के अंतर्गत दो मुख्य श्रेणियों में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है:
1. ₹20 का इकोनॉमी मील
यह पैकेज उन यात्रियों के लिए आदर्श है जिन्हें हल्का नाश्ता या स्नैक्स चाहिए। इसमें शामिल हैं:
- 7 ताजी पूड़ियां
- स्वादिष्ट आलू की सब्जी
- अचार
यह संयोजन न केवल स्वादिष्ट है बल्कि पेट भरने के लिए भी पर्याप्त है। ₹20 की कीमत इसे हर किसी की पहुंच में बनाती है, खासकर दैनिक यात्रियों और छात्रों के लिए।
2. ₹50 का स्पेशल मील
जो यात्री अधिक पौष्टिक और भरपूर भोजन चाहते हैं, उनके लिए ₹50 का स्पेशल मील उपलब्ध है। इसमें निम्न विकल्पों में से कोई एक शामिल होता है:
- राजमा-चावल: उत्तर भारत का लोकप्रिय व्यंजन, जिसमें प्रोटीन से भरपूर राजमा और स्वादिष्ट चावल शामिल हैं।
- पाव भाजी: मुंबई का प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड, जिसमें मसालेदार सब्जियों के साथ मक्खन लगा पाव दिया जाता है।
- मसाला डोसा: दक्षिण भारतीय व्यंजन, जिसमें क्रिस्पी डोसा और स्वादिष्ट आलू मसाला शामिल है।
- खिचड़ी: चावल और दाल का स्वास्थ्यवर्धक मिश्रण, जो सफर के दौरान हल्का और पौष्टिक विकल्प है।
- कुलचे-छोले: पंजाब का लोकप्रिय व्यंजन, जिसमें मसालेदार छोले के साथ ताजा कुलचे परोसे जाते हैं।
प्रत्येक स्पेशल मील लगभग 350 ग्राम तक की मात्रा में दी जाती है, जो एक व्यक्ति के लिए पूर्ण भोजन के रूप में पर्याप्त है। यह न केवल पेट भरता है बल्कि यात्रा के दौरान आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करता है।
उपलब्धता और वितरण प्रणाली
IRCTC ने इस योजना को यात्री-केंद्रित बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया है। इसके लिए निम्न व्यवस्थाएं की गई हैं:
स्ट्रैटेजिक स्थान
इकोनॉमी मील्स के स्टॉल विशेष रूप से प्लेटफॉर्म पर जनरल कोच के नजदीक स्थापित किए गए हैं। यह व्यवस्था यात्रियों को भोजन प्राप्त करने में आसानी प्रदान करती है, खासकर उन्हें जिनके पास ट्रेन के रुकने का समय सीमित होता है।
प्रमुख स्टेशन
इस सेवा को अब देशभर के 100 से अधिक प्रमुख स्टेशनों पर उपलब्ध कराया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन
- हावड़ा जंक्शन
- मुंबई सेंट्रल
- चेन्नई सेंट्रल
- लखनऊ जंक्शन
- पटना जंक्शन
- भोपाल स्टेशन
- जयपुर स्टेशन
- सूरत
- सिकंदराबाद
- आगरा कैंट
- अहमदाबाद
- वाराणसी
आगामी महीनों में इस सूची में और भी स्टेशनों को शामिल किए जाने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को इस सुविधा का लाभ मिल सके।
गुणवत्ता नियंत्रण
IRCTC ने खाने की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए कठोर मानदंड स्थापित किए हैं। प्रत्येक स्टॉल पर:
- भोजन स्थानीय रूप से तैयार किया जाता है, जिससे ताजगी बनी रहती है।
- स्वच्छता और साफ-सफाई के नियमित निरीक्षण होते हैं।
- प्रत्येक विक्रेता को FSSAI प्रमाणन प्राप्त करना अनिवार्य है।
- सभी कर्मचारियों को स्वच्छता प्रशिक्षण दिया जाता है।
योजना के लाभ और प्रभाव
IRCTC इकोनॉमी मील्स योजना के कई दूरगामी प्रभाव हैं जो न केवल यात्रियों बल्कि समाज के अन्य वर्गों को भी लाभान्वित कर रहे हैं:
यात्रियों के लिए लाभ
- आर्थिक सहायता: कम आय वर्ग के यात्रियों के लिए ₹20 या ₹50 में पौष्टिक भोजन मिलना वास्तव में वरदान है। यह उनके यात्रा बजट को महत्वपूर्ण रूप से कम करता है।
- स्वास्थ्य लाभ: स्वच्छ और स्वास्थ्यकर भोजन मिलने से यात्रियों के बीमार पड़ने का जोखिम कम होता है, जो रेल यात्रा के दौरान एक आम समस्या है।
- समय की बचत: प्लेटफॉर्म पर भोजन की तलाश में भटकने के बजाय, यात्री जानते हैं कि उन्हें ट्रेन के जनरल कोच के पास ही सस्ता और अच्छा खाना मिल जाएगा।
- यात्रा अनुभव में सुधार: पेट भरा होने पर यात्रा का अनुभव अधिक सुखद होता है, खासकर लंबी दूरी की यात्राओं में।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
- रोजगार सृजन: इकोनॉमी मील स्टॉल स्थानीय उद्यमियों और छोटे व्यापारियों द्वारा संचालित किए जाते हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
- खाद्य अपशिष्ट में कमी: छोटे और किफायती भोजन पैकेट से खाद्य अपशिष्ट कम होता है।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: कई क्षेत्रों में, स्थानीय व्यंजनों को इन स्टॉल पर शामिल किया गया है, जिससे स्थानीय खाद्य संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
- अनौपचारिक क्षेत्र का औपचारिकीकरण: अनियमित विक्रेताओं के स्थान पर, अब लाइसेंस प्राप्त IRCTC विक्रेता यात्रियों को भोजन प्रदान कर रहे हैं, जिससे इस क्षेत्र का औपचारिकीकरण हो रहा है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया और अनुभव
इस योजना की शुरुआत के बाद से, विभिन्न स्टेशनों पर यात्रियों से मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं, हालांकि अधिकांश प्रतिक्रियाएं सकारात्मक हैं:
राजेश कुमार, जो प्रतिदिन दिल्ली से गाजियाबाद तक यात्रा करते हैं, कहते हैं: “पहले मुझे या तो भूखा रहना पड़ता था या फिर महंगा और अस्वच्छ खाना खाना पड़ता था। अब मैं केवल ₹20 में स्वादिष्ट पूड़ी-सब्जी खा लेता हूं, जो मेरे लिए पर्याप्त होता है।”
सीमा पाटिल, एक कॉलेज छात्रा, अपने अनुभव साझा करती हैं: “मैं हर सप्ताह अपने कॉलेज से घर जाती हूं। ₹50 का राजमा-चावल मेरा पसंदीदा है। यह न केवल स्वादिष्ट है बल्कि मुझे पूरी यात्रा के लिए ऊर्जा भी देता है।”
हालांकि, कुछ यात्रियों का कहना है कि स्टॉल की संख्या अभी भी कम है और व्यस्त समय में लंबी कतारें लग जाती हैं। IRCTC इस फीडबैक पर काम कर रहा है और अधिक स्टॉल स्थापित करने की योजना बना रहा है।
अन्य रेलवे खानपान सुविधाएं
IRCTC इकोनॉमी मील्स के अलावा, भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए कई अन्य खानपान विकल्प भी प्रदान करता है:
ई-कैटरिंग सेवा
वातानुकूलित श्रेणियों में यात्रा करने वाले यात्री IRCTC की ई-कैटरिंग सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इस सेवा के माध्यम से, यात्री:
- IRCTC की वेबसाइट पर अपने PNR नंबर के माध्यम से खाना ऑर्डर कर सकते हैं।
- रेस्तरां ब्रांड का चयन कर सकते हैं, जिसमें प्रसिद्ध फास्ट फूड चेन भी शामिल हैं।
- WhatsApp के माध्यम से भी ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं।
- भोजन को अपनी सीट तक पहुंचवा सकते हैं।
प्रीमियम ट्रेनों में कॉम्प्लिमेंट्री मील्स
राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में टिकट के साथ निःशुल्क भोजन भी शामिल होता है। यह भोजन उच्च गुणवत्ता का होता है और इसमें कई कोर्स शामिल होते हैं।
IRCTC के अनुसार, इकोनॉमी मील्स योजना के विस्तार के लिए कई योजनाएं हैं:
- स्टेशनों की संख्या बढ़ाना: आगामी एक वर्ष में इस योजना को 500 से अधिक स्टेशनों तक विस्तारित करने की योजना है।
- मेनू में विविधता: क्षेत्रीय व्यंजनों को शामिल करके मेनू को और अधिक विविधतापूर्ण बनाया जाएगा।
- डिजिटल भुगतान विकल्प: भविष्य में UPI और अन्य डिजिटल भुगतान विकल्पों को भी शामिल किया जाएगा, जिससे लेन-देन और भी सुविधाजनक हो जाएगा।
- सीजन स्पेशल मेनू: त्योहारों और विशेष अवसरों पर विशेष मेनू की योजना है।
- स्वच्छता प्रमाणन: IRCTC का लक्ष्य सभी स्टॉल के लिए ISO प्रमाणन प्राप्त करना है, जो उनकी स्वच्छता और गुणवत्ता के उच्च मानकों को प्रमाणित करेगा।
IRCTC इकोनॉमी मील्स योजना भारतीय रेलवे की एक सराहनीय पहल है, जो न केवल आम यात्रियों के लिए किफायती और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराती है, बल्कि रोजगार सृजन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देती है। यह योजना यात्रियों, विशेष रूप से जनरल डिब्बों में यात्रा करने वालों के लिए, एक बड़ी राहत साबित हो रही है।
यह पहल दर्शाती है कि भारतीय रेलवे सिर्फ एक परिवहन साधन ही नहीं, बल्कि हर वर्ग के यात्रियों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील संस्थान भी है। आने वाले समय में, जैसे-जैसे इस योजना का विस्तार होगा, और अधिक यात्री इसका लाभ उठा सकेंगे, जिससे भारतीय रेल यात्रा का अनुभव और भी सुखद बन जाएगा।
रेल मंत्रालय द्वारा की गई इस पहल को जन-केंद्रित सुधारों का एक उत्कृष्ट उदाहरण माना जा सकता है, जहां सरकारी तंत्र आम जनता के हित में कार्य कर रहा है। भारतीय रेल, जो हमारे देश की जीवन रेखा है, इस तरह की योजनाओं के माध्यम से अपनी सेवाओं को और अधिक समावेशी और जनहितैषी बना रही है।