Advertisement

अब लोन लेने के लिए इतना सिबिल स्कोर जरूरी, वरना कोई बैंक नहीं देगा पैसा – CIBIL Score

CIBIL Score  आज के डिजिटल युग में, वित्तीय साख का महत्व पहले से कहीं अधिक हो गया है। CIBIL स्कोर (सिबिल स्कोर) वह आंकड़ा है जो आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रतिनिधित्व करता है और यह आपके आर्थिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जिसमें उच्च स्कोर आपकी बेहतर वित्तीय स्थिति का संकेत देता है।

हमारे देश में, ट्रांसयूनियन CIBIL लिमिटेड भारत की पहली क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनी (CIC) है, जिसे रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त है। CIBIL उपभोक्ताओं और व्यवसायों के क्रेडिट इतिहास पर डेटा एकत्र करके, उनकी क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर तैयार करता है।

CIBIL स्कोर का महत्व

CIBIL स्कोर आज के वित्तीय परिदृश्य में कई कारणों से महत्वपूर्ण हो गया है:

Also Read:
₹18,000 है बेसिक सैलरी? तो 8वें वेतन आयोग में बढ़कर ₹79,794 तक पहुंच सकता वेतन 8th Pay Commission

1. वित्तीय संस्थानों के लिए मूल्यांकन का आधार

जब आप किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो वे सबसे पहले आपका CIBIL स्कोर जांचते हैं। यह स्कोर उन्हें यह निर्धारित करने में मदद करता है कि आप एक भरोसेमंद उधारकर्ता हैं या नहीं। वास्तव में, अधिकांश बैंक 700 या उससे अधिक के CIBIL स्कोर वाले आवेदकों को ही लोन देना पसंद करते हैं।

2. लोन की शर्तों पर प्रभाव

आपका CIBIL स्कोर न केवल लोन की स्वीकृति को प्रभावित करता है, बल्कि लोन की शर्तों को भी निर्धारित करता है। एक अच्छे स्कोर के साथ, आप कम ब्याज दरों, उच्च लोन राशि, और लंबी चुकौती अवधि के लिए पात्र हो सकते हैं।

3. तत्काल लोन स्वीकृति

कई बैंक और वित्तीय संस्थान अब ‘प्री-अप्रूव्ड लोन’ की पेशकश करते हैं। ये लोन उन ग्राहकों को दिए जाते हैं जिनका CIBIL स्कोर उत्कृष्ट होता है (750 से अधिक)। ऐसे लोन बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेजीकरण या जांच के तत्काल मंजूर किए जाते हैं।

Also Read:
क्या एक महीने में ठीक हो जाता है सिबिल स्कोर, लोन लेने वाले जान लें ये जरूरी बात CIBIL Score Rule

4. नौकरी के अवसरों पर प्रभाव

कुछ नियोक्ता, विशेष रूप से वित्तीय क्षेत्र में, रोजगार के लिए उम्मीदवारों की जांच के दौरान उनके CIBIL स्कोर की जांच कर सकते हैं। एक खराब स्कोर आपके करियर की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।

5. आवास किराए पर प्रभाव

कई मकान मालिक अब अपने संभावित किरायेदारों के CIBIL स्कोर की जांच करते हैं। एक अच्छा स्कोर आपको अच्छे स्थानों पर घर किराए पर लेने में मदद कर सकता है।

CIBIL स्कोर की विभिन्न श्रेणियां

CIBIL स्कोर को निम्नलिखित श्रेणियों में बांटा जा सकता है:

Also Read:
RBI अलर्ट: सबसे ज्यादा नकली नोट 100 के! जानिए कैसे करें असली-नकली में फर्क – RBI Guidelines

1. 300-549: खराब स्कोर

यह स्कोर आपके खराब वित्तीय अनुशासन का संकेत देता है। इस श्रेणी में, लोन प्राप्त करना अत्यंत कठिन हो सकता है, और यदि स्वीकृत भी हो, तो ब्याज दरें बहुत अधिक होंगी।

2. 550-649: निम्न से औसत स्कोर

यह स्कोर दर्शाता है कि आप अपने वित्तीय व्यवहार में सुधार कर रहे हैं। इस श्रेणी में, आप लोन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन शर्तें अनुकूल नहीं होंगी।

3. 650-749: अच्छा स्कोर

यह एक संतोषजनक स्कोर है जो दर्शाता है कि आप अपने वित्तीय दायित्वों का प्रबंधन अच्छी तरह से कर रहे हैं। इस श्रेणी में, लोन स्वीकृति की संभावना अधिक होती है, और ब्याज दरें भी उचित होती हैं।

Also Read:
लाखों की कमाई के बाद भी लोन नहीं मिलेगा, जानिए सिबिल स्कोर के नियम CIBIL Score

4. 750-900: उत्कृष्ट स्कोर

यह स्कोर आपके उत्कृष्ट वित्तीय अनुशासन का प्रतीक है। इस श्रेणी में, आप न केवल आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि सबसे कम ब्याज दरों और सर्वोत्तम शर्तों के लिए भी पात्र होते हैं।

5. NH या -1: कोई क्रेडिट इतिहास नहीं

यह संकेत करता है कि आपका कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है, यानी आपने कभी भी किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है।

आपका CIBIL स्कोर कैसे निर्धारित होता है?

आपका CIBIL स्कोर निम्नलिखित कारकों पर आधारित होता है:

Also Read:
पर्सनल लोन नहीं भरने पर क्या कर सकता है बैंक, लोन लेने वाले जान लें नियम Personal Loan Rule

1. भुगतान इतिहास (35%)

यह आपके द्वारा किए गए सभी भुगतानों का रिकॉर्ड है। समय पर किए गए भुगतान आपके स्कोर को बढ़ाते हैं, जबकि देरी से किए गए भुगतान या डिफॉल्ट आपके स्कोर को कम करते हैं।

2. क्रेडिट एक्सपोजर (30%)

यह आपके द्वारा उपयोग की गई कुल क्रेडिट सीमा का प्रतिशत है। क्रेडिट सीमा का 30% से कम उपयोग आदर्श माना जाता है।

3. क्रेडिट अवधि (15%)

यह आपके क्रेडिट इतिहास की लंबाई है। एक लंबा और स्थिर क्रेडिट इतिहास आपके स्कोर को बढ़ाता है।

Also Read:
RBI का तोहफा, घटी Repo Rate, EMI में मिलेगी राहत Repo Rate:

4. क्रेडिट मिश्रण (10%)

यह आपके द्वारा लिए गए विभिन्न प्रकार के लोन और क्रेडिट का संतुलन है। एक विविध क्रेडिट मिश्रण (जैसे होम लोन, कार लोन, क्रेडिट कार्ड) अच्छा माना जाता है।

5. नए क्रेडिट (10%)

यह आपके द्वारा हाल ही में लिए गए नए लोन या क्रेडिट कार्ड की संख्या है। अधिक नए क्रेडिट अनुरोध आपके स्कोर को कम कर सकते हैं।

CIBIL स्कोर कैसे सुधारें?

अपने CIBIL स्कोर को सुधारने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

Also Read:
सिबिल स्कोर पर RBI ने बनाए 6 नए नियम, अब सस्ता मिलेगा लोन – CIBIL Score Rule Update

1. समय पर भुगतान

सुनिश्चित करें कि आप अपने सभी लोन और क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर करें। ऑटोमैटिक पेमेंट या रिमाइंडर सेट करके आप भुगतान में देरी से बच सकते हैं।

2. क्रेडिट सीमा का उचित उपयोग

अपनी क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30% से अधिक उपयोग न करें। यदि आवश्यक हो, तो अपनी क्रेडिट सीमा बढ़ाने के लिए बैंक से अनुरोध करें या अतिरिक्त क्रेडिट कार्ड प्राप्त करें।

3. क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित जांच

साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें। इससे आपको किसी भी गलती या धोखाधड़ी गतिविधि का पता चल सकता है।

Also Read:
कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी! 8th Pay Commission से सैलरी में सीधे ₹19,000 की बंपर बढ़ोतरी, देखें कैलकुलेशन

4. पुराने खातों को बनाए रखें

अपने पुराने क्रेडिट कार्ड या लोन खातों को बंद न करें, भले ही आप उनका उपयोग न करते हों। एक लंबा क्रेडिट इतिहास आपके स्कोर को बढ़ाता है।

5. विविध क्रेडिट मिश्रण बनाए रखें

विभिन्न प्रकार के लोन और क्रेडिट कार्ड का संतुलित मिश्रण रखें। यह आपके वित्तीय प्रबंधन कौशल को प्रदर्शित करता है।

6. अत्यधिक क्रेडिट अनुरोधों से बचें

कम समय में कई क्रेडिट अनुरोध (जैसे लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन) करने से बचें। प्रत्येक ‘हार्ड इंक्वायरी’ आपके स्कोर को कम कर सकती है।

Also Read:
21 अप्रैल से लागू होंगे जमीन रजिस्ट्री के नए नियम, जानिए क्या है नए नियम Land Registration New Rules

CIBIL स्कोर आज के वित्तीय परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मापदंड बन गया है। यह न केवल आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि आपके आर्थिक अवसरों को भी प्रभावित करता है। एक अच्छा CIBIL स्कोर (750 से अधिक) आपको बेहतर ब्याज दरों, उच्च लोन राशि, और त्वरित लोन स्वीकृति जैसे कई लाभ प्रदान कर सकता है।

अपने CIBIL स्कोर की नियमित निगरानी और सुधार से, आप अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकते हैं और अपने आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ सकते हैं। याद रखें, एक अच्छा CIBIL स्कोर एक दिन में नहीं बनता – यह समय, धैर्य, और अनुशासन का परिणाम है।अतः, अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए, अपने CIBIL स्कोर को प्राथमिकता दें और उसे बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करें।

 

Also Read:
रेलवे का बड़ा अपडेट! बच्चों के टिकट के नए नियम लागू – जानिए वरना हो सकती है परेशानी Railway Ticket Rules For Children

 

Leave a Comment

Whatsapp Group