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EMI बाउंस होते ही बढ़ेगी मुश्किल! तुरंत करें ये 4 काम वरना होगा बड़ा नुकसान Home loan EMI Rules

Home loan EMI Rules आजकल अपना घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इस सपने को पूरा करने के लिए अधिकांश लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। होम लोन लेना तो आसान होता है, लेकिन उसकी मासिक किस्त (EMI) का भुगतान करना कभी-कभी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

वित्तीय संकट, नौकरी में बदलाव, या अन्य अप्रत्याशित परिस्थितियों के कारण, कई बार लोग अपनी EMI समय पर नहीं चुका पाते। ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए और इससे बचने के लिए कौन से उपाय अपनाने चाहिए, आइए विस्तार से जानते हैं।

EMI बाउंस होने पर क्या करें?

1. पहली बार EMI बाउंस होने पर

जब पहली बार आपकी होम लोन की EMI बाउंस होती है, तो यह एक चेतावनी संकेत है, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। इस स्थिति में आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

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  • तुरंत बैंक से संपर्क करें: सबसे पहले, अपने बैंक के लोन विभाग या अपने रिलेशनशिप मैनेजर से संपर्क करें और उन्हें अपनी परिस्थिति के बारे में बताएं। आमतौर पर, बैंक पहली बार EMI बाउंस होने पर थोड़ी नरमी दिखाते हैं।
  • स्थिति का स्पष्टीकरण दें: बैंक को अपनी वित्तीय स्थिति और EMI बाउंस होने के कारणों के बारे में स्पष्ट जानकारी दें। ईमानदारी से स्थिति बताने से बैंक आपकी मदद करने के लिए अधिक तैयार होगा।
  • शीघ्र भुगतान करें: जितनी जल्दी हो सके, अपनी EMI का भुगतान करें। इससे आपके ऊपर लगने वाले अतिरिक्त शुल्क और ब्याज कम होगा।
  • विलंब शुल्क में छूट का अनुरोध करें: यदि आपने तुरंत बैंक से संपर्क किया है और जल्द ही EMI का भुगतान कर दिया है, तो आप विलंब शुल्क (लेट फीस) में छूट का अनुरोध कर सकते हैं। कई बैंक, विशेषकर पुराने और अच्छे ग्राहकों के लिए, इस प्रकार की छूट देने पर विचार करते हैं।

महत्वपूर्ण बात यह है कि बैंक आमतौर पर डिफॉल्ट EMI की जानकारी दो महीने तक अपने रिकॉर्ड में ही रखते हैं। इसके बाद ही वे इसे क्रेडिट ब्यूरो (जैसे CIBIL) को भेजते हैं। इसलिए, यदि आप जल्दी कार्रवाई करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित नहीं होगा।

2. दूसरी बार EMI बाउंस होने पर

यदि लगातार दूसरी बार भी आपकी EMI बाउंस हो जाती है, तो स्थिति अधिक गंभीर हो जाती है। इस स्थिति में आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

  • बैंक से फौरन मिलें: इस बार, ईमेल या फोन के बजाय, व्यक्तिगत रूप से बैंक जाकर अपने लोन अधिकारी या शाखा प्रबंधक से मिलें। आमने-सामने की बातचीत अधिक प्रभावी होती है।
  • अपनी वित्तीय स्थिति का विस्तृत विवरण दें: बैंक को अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति, आय के स्रोत, और अन्य देनदारियों के बारे में पूरी जानकारी दें। साथ ही, यह भी बताएं कि आप अपनी स्थिति सुधारने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं।
  • क्रेडिट रिपोर्ट न भेजने का अनुरोध करें: बैंक से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करें कि वे आपकी डिफॉल्ट EMI की जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को न भेजें। हालांकि, बैंक इसके लिए बाध्य नहीं है, लेकिन कुछ बैंक विशेष परिस्थितियों में इस अनुरोध पर विचार कर सकते हैं।
  • EMI पुनर्गठन का प्रस्ताव रखें: यदि आपकी वित्तीय स्थिति अभी भी कमजोर है, तो बैंक से EMI पुनर्गठन का प्रस्ताव रखें। इसके तहत, आपकी EMI को कम किया जा सकता है या लोन की अवधि बढ़ाई जा सकती है।

याद रखें, यदि आपकी EMI तीन बार लगातार बाउंस होती है, तो बैंक के पास आपकी डिफॉल्ट जानकारी को क्रेडिट ब्यूरो को भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। यह आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा और भविष्य में लोन प्राप्त करना मुश्किल हो जाएगा।

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3. बार-बार EMI बाउंस होने पर

यदि आपकी EMI लगातार बाउंस हो रही है, तो यह एक गंभीर स्थिति है जिसे तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। इस स्थिति में आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

  • EMI अवकाश का अनुरोध करें: बैंक से EMI अवकाश (EMI holiday) या EMI स्थगन (EMI moratorium) का अनुरोध करें। इसके तहत, बैंक आपको कुछ महीनों (आमतौर पर 3-6 महीने) के लिए EMI भुगतान से छूट दे सकता है।
  • औपचारिक आवेदन करें: EMI अवकाश के लिए एक औपचारिक आवेदन पत्र जमा करें, जिसमें आपकी वित्तीय कठिनाइयों का विस्तृत विवरण और भविष्य में EMI नियमित रूप से चुकाने की योजना शामिल हो।
  • वैकल्पिक आय स्रोत तलाशें: इस दौरान, अपनी आय बढ़ाने के लिए वैकल्पिक स्रोत तलाशें, जैसे पार्ट-टाइम काम, फ्रीलांसिंग, या कोई अन्य व्यावसायिक गतिविधि।
  • वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें: एक पेशेवर वित्तीय सलाहकार से मिलें, जो आपकी वित्तीय स्थिति का विश्लेषण कर सकता है और आपको बेहतर वित्तीय प्रबंधन के लिए सुझाव दे सकता है।

EMI अवकाश के दौरान, लोन पर ब्याज अभी भी जमा होता रहेगा, जिससे आपका कुल लोन बढ़ सकता है। हालांकि, यह आपको अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने और फिर से नियमित EMI भुगतान शुरू करने का समय देता है।

4. सैलरी के कारण EMI बाउंस होने पर

कई बार, EMI बाउंस होने का कारण सैलरी के समय और EMI कटौती के समय में अंतर होता है। यदि आपकी सैलरी EMI कटौती की तारीख के बाद आती है, तो यह समस्या बार-बार हो सकती है। इस स्थिति में आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

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  • EMI प्रकार बदलें: बैंक से अनुरोध करें कि वे आपकी EMI को एडवांस EMI से एरियर EMI में बदल दें। एडवांस EMI में, आपकी किस्त महीने के शुरू में कटती है, जबकि एरियर EMI में, यह महीने के अंत में कटती है।
  • EMI कटौती की तारीख बदलें: कई बैंक ग्राहकों को अपनी EMI कटौती की तारीख बदलने की सुविधा प्रदान करते हैं। अपनी सैलरी की तारीख के अनुसार EMI कटौती की तारीख सेट करवाएं।
  • बफर अमाउंट रखें: यदि संभव हो, तो अपने बैंक अकाउंट में हमेशा एक महीने की EMI के बराबर अतिरिक्त राशि रखें। यह एक सुरक्षा जाल के रूप में काम करेगा और आपाकालीन स्थिति में EMI बाउंस होने से बचाएगा।

एरियर EMI विकल्प चुनने से, आपको अपनी सैलरी प्राप्त करने के बाद EMI का भुगतान करने का समय मिलेगा, जिससे EMI बाउंस होने की संभावना कम हो जाएगी।

EMI बाउंस के परिणाम

होम लोन की EMI बाउंस होने के कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं:

1. क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव

लगातार EMI बाउंस होने से आपका क्रेडिट स्कोर बुरी तरह प्रभावित होता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर (750 और उससे अधिक) भविष्य में लोन, क्रेडिट कार्ड, और अन्य वित्तीय सेवाओं के लिए आवश्यक है। कम क्रेडिट स्कोर होने पर, आपको या तो लोन मिलना मुश्किल हो जाएगा, या फिर आपको अधिक ब्याज दर पर लोन लेना पड़ेगा।

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2. कानूनी कार्रवाई

लगातार EMI न चुकाने पर, बैंक आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर सकता है। यह एक लंबी और कष्टदायक प्रक्रिया हो सकती है, जिसमें न केवल आपको वित्तीय नुकसान होगा, बल्कि आपकी प्रतिष्ठा भी प्रभावित होगी।

3. संपत्ति जब्त होना

होम लोन में, आपका घर लोन के लिए सुरक्षा (कोलैटरल) के रूप में रखा जाता है। यदि आप लगातार EMI का भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंक आपकी संपत्ति को जब्त

 

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