Advertisement

सोने-चांदी की कीमतों में बड़ा बदलाव, देखें नए रेट change in gold and silver prices

change in gold and silver prices भारतीय बाजारों में पिछले कुछ सप्ताहों से सोने के दामों में निरंतर तेजी देखी जा रही है। हाल ही में 24 कैरेट सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को छूने के बाद थोड़ा नीचे आया था, परंतु अब फिर से मूल्यों में वृद्धि के स्पष्ट संकेत दिखाई दे रहे हैं।

वर्तमान में 24 कैरेट सोने का मूल्य 98,310 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने का भाव 90,170 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा है। बीते एक सप्ताह में ही 24 कैरेट सोने में 580 रुपये की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि 22 कैरेट सोने में 570 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

प्रमुख शहरों में सोने के दाम

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र

राजधानी दिल्ली के सराफा बाजार में सोने की मांग उच्च स्तर पर बनी हुई है। यहां 24 कैरेट सोने का मूल्य 98,310 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोना 90,170 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। शादी-विवाह के मौसम में बढ़ती मांग के कारण कीमतों में स्थिरता और मजबूती देखी जा रही है।

Also Read:
पेंशन में बड़ा इजाफा, 1000 रुपये से बढ़कर 7500 रुपये हुई पेंशन, देखें नया GR pension scheme

महानगरों का परिदृश्य

मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों में भी सोने के मूल्य में लगातार वृद्धि हो रही है। इन शहरों में 22 कैरेट सोने का वर्तमान मूल्य 90,020 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने का भाव 98,210 रुपये प्रति 10 ग्राम है। ये मूल्य थोड़ा कम हैं क्योंकि इन शहरों में सोने के आयात और वितरण की लागत राजधानी की तुलना में कम होती है।

अन्य प्रमुख शहर

जयपुर, लखनऊ और चंडीगढ़ जैसे शहरों में सोने के दामों में दिल्ली के समान ही मजबूती देखी जा रही है। इन शहरों में 22 कैरेट सोना 90,170 रुपये और 24 कैरेट सोना 98,310 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर व्यापार कर रहा है। वहीं हैदराबाद में 22 कैरेट सोने की कीमत 90,020 रुपये और 24 कैरेट सोने की कीमत 98,210 रुपये प्रति 10 ग्राम है।

मध्य भारत के भोपाल और पश्चिमी भारत के अहमदाबाद में भी सोने के दामों में स्थिरता देखी जा रही है। यहां 22 कैरेट सोना 90,070 रुपये और 24 कैरेट सोना 98,260 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है।

Also Read:
10वीं पास के लिए मिलेंगे 8000 रुपए, ऐसे करें आवेदन PMKVY Online Apply

चांदी के मूल्य में उतार-चढ़ाव

सोने के साथ-साथ चांदी के दामों में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन दर्ज किए गए हैं। सप्ताह के दौरान चांदी के मूल्य में 1,900 रुपये की वृद्धि हुई है, जिससे यह बढ़कर 1,01,900 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। हालांकि, 25 अप्रैल को इंदौर के सराफा बाजार में चांदी के भाव में 500 रुपये की गिरावट देखी गई और यह 98,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर व्यापार कर रही थी।

सोने के दामों में वृद्धि के प्रमुख कारण

वैश्विक अनिश्चितता

वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं। रूस-यूक्रेन संघर्ष के लंबे खिंचने, मध्य पूर्व में तनाव और अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों में तनाव ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर दबाव बनाया है, जिससे सोने की मांग में वृद्धि हुई है।

मुद्रास्फीति का प्रभाव

विश्व स्तर पर बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण निवेशक अपनी पूंजी के मूल्य को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश कर रहे हैं। भारत में भी लगातार महंगाई का दबाव बना हुआ है, जिससे सोने जैसी मूल्यवान धातुओं की मांग बढ़ रही है।

Also Read:
इन लोगों को हर महीने 5,000 रुपये मिलेंगे। Atal Pension Yojana:

केंद्रीय बैंकों की नीति

विश्व के कई केंद्रीय बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार को विविधता देने के लिए सोने का भंडारण बढ़ा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी अपने सोने के भंडार में वृद्धि की है, जिससे वैश्विक बाजार में सोने की मांग बढ़ी है।

मौसमी मांग में वृद्धि

भारत में शादी-विवाह के मौसम के दौरान सोने की मांग में स्वाभाविक रूप से वृद्धि होती है। अप्रैल-मई और अक्टूबर-नवंबर के महीने विवाह के लिए शुभ माने जाते हैं, जिससे इस दौरान सोने की मांग और कीमतें बढ़ जाती हैं।

डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी के कारण आयातित सोना महंगा हो जाता है। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है और विदेशी मुद्रा में होने वाले उतार-चढ़ाव का प्रभाव सीधे सोने की कीमतों पर पड़ता है।

Also Read:
ATM से पैसे निकालना हुआ महंगा, 1 मई से लागू होंगे नए नियम ATM has become expensive

सोने की कीमतों का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

आभूषण उद्योग पर असर

बढ़ती कीमतों के कारण आभूषण उद्योग पर दोहरा प्रभाव पड़ रहा है। एक ओर जहां कीमती धातु के महंगे होने से मांग में कमी आती है, वहीं दूसरी ओर निवेश के लिए खरीदारी बढ़ने से कारोबार को गति मिलती है। छोटे आभूषण विक्रेताओं के लिए इन्वेंट्री बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है।

निवेश के विकल्प के रूप में सोना

सोने की बढ़ती कीमतों ने इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बना दिया है। गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे वित्तीय उत्पादों में निवेश बढ़ा है, जिससे वित्तीय बाजारों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

आयात बिल और व्यापार घाटा

भारत के लिए सोने का बड़ा आयातक होने के कारण, इसकी बढ़ती कीमतें देश के व्यापार घाटे को प्रभावित करती हैं। सरकार समय-समय पर सोने के आयात पर नियंत्रण लगाकर इस स्थिति को संतुलित करने का प्रयास करती है।

Also Read:
राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी अपडेट, अभी करें ये काम वरना नहीं मिलेगा राशन Big update for ration card holders

विशेषज्ञों की राय

वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि अल्पकाल में सोने के दामों में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। वैश्विक अनिश्चितताओं और आर्थिक चिंताओं के बीच सोना सुरक्षित निवेश बना रहेगा। कई विश्लेषकों का अनुमान है कि 2025 के मध्य तक सोना 1.10 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर छू सकता है।

निवेशकों के लिए रणनीति

सोने में निवेश करने वाले व्यक्तियों के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि वे एकमुश्त बड़ी खरीदारी करने के बजाय छोटी-छोटी किस्तों में निवेश करें। इसके अलावा, भौतिक सोने के स्थान पर डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ईटीएफ जैसे विकल्पों पर विचार किया जा सकता है, जिनमें भंडारण लागत और सुरक्षा चिंताएं कम होती हैं।

सरकारी नीतियों का प्रभाव

सरकार द्वारा हाल ही में घोषित जीएसटी में बदलाव और आयात शुल्क नीतियों का प्रभाव आने वाले महीनों में सोने की कीमतों पर पड़ सकता है। सरकार का लक्ष्य स्वर्ण आयात को नियंत्रित करते हुए घरेलू उद्योग को प्रोत्साहित करना है।

Also Read:
अगले हफ्ते चार दिन बंद रहेंगे बैंक, अभी चेक करें तारीखें Banks closed for four days

उपभोक्ताओं के लिए सलाह

वर्तमान परिस्थितियों में सोने के खरीदारों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। सबसे पहले, खरीदारी से पहले विभिन्न दुकानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर मूल्यों की तुलना करें। दूसरा, हॉलमार्क वाले आभूषण ही खरीदें ताकि गुणवत्ता सुनिश्चित हो। तीसरा, निवेश के उद्देश्य से खरीदते समय बनावट शुल्क (मेकिंग चार्जेस) पर विशेष ध्यान दें क्योंकि यह कुल लागत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है।

सोने की कीमतों में होने वाली वृद्धि केवल स्थानीय कारकों से नहीं बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था, भू-राजनीतिक घटनाक्रम और निवेशकों के व्यवहार से प्रभावित होती है। भारत में सोने का महत्व केवल आर्थिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक भी है, जिससे इसकी मांग हमेशा स्थिर रहती है।

वर्तमान रुझान को देखते हुए, आने वाले महीनों में सोने के दामों में मध्यम वृद्धि की संभावना है। हालांकि, यह वृद्धि विभिन्न कारकों पर निर्भर करेगी, जिनमें मौसमी मांग, वैश्विक आर्थिक स्थिति और सरकारी नीतियां शामिल हैं। निवेशकों और उपभोक्ताओं को सूचित निर्णय लेने के लिए बाजार की गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह लेनी चाहिए।

Also Read:
सिर्फ इनको मिलेगा फ्री राशन, राशन कार्ड की नई लिस्ट जारी April Ration Card List

 

Leave a Comment