Advertisement

लाखों की कमाई के बाद भी लोन नहीं मिलेगा, जानिए सिबिल स्कोर के नियम CIBIL Score

CIBIL Score  वित्तीय दुनिया में CIBIL स्कोर एक ऐसा आधार स्तंभ है जिसकी अहमियत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आज के युग में जब हर व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए बैंक से लोन लेना चाहता है, तब यह स्कोर निर्णायक भूमिका निभाता है। कई लोगों का मानना होता है कि अच्छी सैलरी सभी दरवाजे खोल देगी, लेकिन वित्तीय संस्थानों के लिए आपका CIBIL स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रमाण पत्र होता है।

CIBIL स्कोर:

CIBIL स्कोर, जिसे क्रेडिट स्कोर भी कहा जाता है, आपके वित्तीय व्यवहार का एक संख्यात्मक प्रतिबिंब है। यह 300 से 900 के बीच होता है और यह दर्शाता है कि आप कितने वित्तीय रूप से जिम्मेदार हैं। CIBIL स्कोर की गणना आपके पिछले ऋण इतिहास, भुगतान पैटर्न, क्रेडिट कार्ड उपयोग और वित्तीय संस्थानों से लिए गए अन्य ऋणों के आधार पर की जाती है।

जब आप किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो वे सबसे पहले आपका CIBIL स्कोर देखते हैं। यह उनके लिए यह जानने का एक माध्यम है कि आप भविष्य में अपने ऋण को चुकाने में सक्षम होंगे या नहीं। उच्च CIBIL स्कोर दर्शाता है कि आप एक विश्वसनीय उधारकर्ता हैं, जबकि निम्न स्कोर वित्तीय संस्थानों को आपके साथ व्यापार करने से हतोत्साहित कर सकता है।

Also Read:
₹18,000 है बेसिक सैलरी? तो 8वें वेतन आयोग में बढ़कर ₹79,794 तक पहुंच सकता वेतन 8th Pay Commission

शून्य CIBIL स्कोर की चुनौतियां

बहुत से लोग जो पहली बार लोन लेने जाते हैं, उनका CIBIL स्कोर शून्य हो सकता है। यह इसलिए होता है क्योंकि उन्होंने अभी तक कोई क्रेडिट इतिहास नहीं बनाया है। शून्य स्कोर होने का मतलब यह नहीं है कि आप अयोग्य हैं, बल्कि यह दर्शाता है कि बैंकों के पास आपकी वित्तीय आदतों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इस स्थिति में, बैंक आपको लोन देने में संकोच कर सकते हैं या फिर अधिक ब्याज दर पर लोन प्रदान कर सकते हैं। कई बार, वे लोन की राशि को भी कम कर सकते हैं। शून्य स्कोर वाले व्यक्तियों के लिए, क्रेडिट इतिहास बनाना पहला कदम होना चाहिए।

आदर्श CIBIL स्कोर क्या होता है?

वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, 750 या उससे अधिक का CIBIL स्कोर उत्कृष्ट माना जाता है। इस स्तर पर, आपको न केवल आसानी से लोन मिल सकता है, बल्कि आप कम ब्याज दरों का भी लाभ उठा सकते हैं। बैंक ऐसे ग्राहकों को प्राथमिकता देते हैं क्योंकि उनके अनुभव से, ऐसे लोग अपने ऋण समय पर चुकाते हैं।

Also Read:
क्या एक महीने में ठीक हो जाता है सिबिल स्कोर, लोन लेने वाले जान लें ये जरूरी बात CIBIL Score Rule

अगर आपका स्कोर 700-750 के बीच है, तो यह अच्छा माना जाता है, लेकिन आप उच्चतम लाभ नहीं प्राप्त कर सकते। 650-700 का स्कोर औसत है, जिसमें आपको लोन मिल सकता है, लेकिन ब्याज दरें अधिक हो सकती हैं। 650 से कम का स्कोर निम्न माना जाता है, और इस स्थिति में लोन प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है।

कम CIBIL स्कोर के प्रभाव

कम CIBIL स्कोर होने के कई नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं:

  1. लोन अस्वीकृति: बैंक आपके लोन आवेदन को अस्वीकार कर सकते हैं।
  2. उच्च ब्याज दरें: अगर आपको लोन मिलता भी है, तो आपको अधिक ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।
  3. कम लोन राशि: बैंक आपको आवश्यकता से कम राशि का लोन प्रदान कर सकते हैं।
  4. अधिक दस्तावेज़ीकरण: बैंक अतिरिक्त दस्तावेज़ या गारंटी की मांग कर सकते हैं।
  5. क्रेडिट कार्ड अस्वीकृति: आपके क्रेडिट कार्ड आवेदन को अस्वीकार किया जा सकता है।

विभिन्न प्रकार के लोन और CIBIL स्कोर

सभी प्रकार के लोन के लिए CIBIL स्कोर का महत्व अलग-अलग होता है:

Also Read:
RBI अलर्ट: सबसे ज्यादा नकली नोट 100 के! जानिए कैसे करें असली-नकली में फर्क – RBI Guidelines

पर्सनल लोन

पर्सनल लोन बिना किसी सुरक्षा या गारंटी के दिया जाता है। इसलिए, बैंक पूरी तरह से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और CIBIL स्कोर पर निर्भर करते हैं। पर्सनल लोन के लिए, 750 से ऊपर का स्कोर अनिवार्य माना जाता है। कम स्कोर होने पर, आपको या तो लोन से वंचित किया जा सकता है या फिर बहुत अधिक ब्याज दर चुकानी पड़ सकती है।

होम लोन

होम लोन के मामले में, संपत्ति स्वयं एक सुरक्षा के रूप में कार्य करती है। इसलिए, बैंक थोड़ा लचीलापन दिखा सकते हैं। हालांकि, 700 से ऊपर का स्कोर अभी भी अनुशंसित है। कम स्कोर के साथ, आप अधिक डाउन पेमेंट की मांग या उच्च ब्याज दरों का सामना कर सकते हैं।

ऑटो लोन

ऑटो लोन में, वाहन बैंक के लिए सुरक्षा होता है। इसलिए, 650 से ऊपर का स्कोर आमतौर पर स्वीकार्य होता है। लेकिन बेहतर शर्तों और कम ब्याज दरों के लिए, 700 से ऊपर का स्कोर वांछनीय है।

Also Read:
पर्सनल लोन नहीं भरने पर क्या कर सकता है बैंक, लोन लेने वाले जान लें नियम Personal Loan Rule

बिज़नेस लोन

बिज़नेस लोन के लिए, बैंक न केवल आपका व्यक्तिगत CIBIL स्कोर देखते हैं, बल्कि आपके व्यवसाय का क्रेडिट स्कोर भी महत्वपूर्ण होता है। 750 से ऊपर का स्कोर आदर्श माना जाता है, खासकर अगर आप एक नए व्यवसाय को शुरू कर रहे हैं।

CIBIL स्कोर सुधारने के उपाय

अगर आपका CIBIL स्कोर कम है या शून्य है, तो निराश न हों। यहां कुछ प्रभावी उपाय दिए गए हैं जिनसे आप अपना स्कोर सुधार सकते हैं:

1. क्रेडिट कार्ड का समझदारी से उपयोग करें

क्रेडिट कार्ड आपके CIBIL स्कोर को बनाने या बिगाड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सुनिश्चित करें कि आप हर महीने अपने क्रेडिट कार्ड बिल का पूरा भुगतान करें। अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें, क्योंकि अधिक उपयोग आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

Also Read:
RBI का तोहफा, घटी Repo Rate, EMI में मिलेगी राहत Repo Rate:

2. छोटी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से शुरुआत करें

अगर आपका CIBIL स्कोर शून्य है, तो एक छोटी फिक्स्ड डिपॉजिट खोलकर शुरुआत करें। इसके खिलाफ ओवरड्राफ्ट सुविधा लें और इसका नियमित रूप से भुगतान करें। यह आपके लिए एक क्रेडिट इतिहास बनाने का एक सुरक्षित तरीका है।

3. EMI का समय पर भुगतान करें

अगर आपने पहले से कोई लोन लिया है, तो सुनिश्चित करें कि आप अपनी EMI का समय पर भुगतान करें। एक भी चूक आपके CIBIL स्कोर को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। अगर संभव हो, तो स्वचालित भुगतान विकल्प का चयन करें।

4. क्रेडिट मिक्स बनाए रखें

विभिन्न प्रकार के क्रेडिट, जैसे क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, होम लोन आदि, का संतुलित मिश्रण रखें। यह दर्शाता है कि आप विभिन्न प्रकार के क्रेडिट का प्रबंधन कर सकते हैं।

Also Read:
सिबिल स्कोर पर RBI ने बनाए 6 नए नियम, अब सस्ता मिलेगा लोन – CIBIL Score Rule Update

5. नियमित रूप से अपने CIBIL स्कोर की जांच करें

हर कुछ महीनों में अपने CIBIL स्कोर की जांच करें। यह आपको अपने वित्तीय स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी देगा और किसी भी त्रुटि की पहचान करने में मदद करेगा।

6. अनावश्यक क्रेडिट आवेदनों से बचें

हर बार जब आप क्रेडिट के लिए आवेदन करते हैं, तो एक “हार्ड इंक्वायरी” आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज की जाती है। अधिक हार्ड इंक्वायरी आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं।

CIBIL स्कोर अपडेट और समय सीमा

CIBIL स्कोर को अपडेट होने में समय लगता है। आमतौर पर, जब आप अपने क्रेडिट व्यवहार में सुधार करते हैं, तो इसका प्रभाव 2-3 महीनों में दिखाई देने लगता है। हालांकि, गंभीर मामलों जैसे लोन डिफॉल्ट के प्रभाव को मिटाने में कई वर्ष लग सकते हैं।

Also Read:
कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी! 8th Pay Commission से सैलरी में सीधे ₹19,000 की बंपर बढ़ोतरी, देखें कैलकुलेशन

यह समझना महत्वपूर्ण है कि CIBIL स्कोर सुधारना एक धीमी प्रक्रिया है और इसके लिए धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता होती है। लेकिन एक बार जब आपका स्कोर 750 या उससे ऊपर पहुंच जाता है, तो आप वित्तीय स्वतंत्रता का आनंद ले सकते हैं।

आज के डिजिटल युग में, CIBIL स्कोर आपकी वित्तीय पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह न केवल आपको लोन और क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने में मदद करता है, बल्कि आपकी समग्र वित्तीय स्थिति को भी दर्शाता है।

अगर आप भविष्य में किसी भी प्रकार का लोन लेना चाहते हैं, तो अभी से अपने CIBIL स्कोर पर ध्यान देना शुरू करें। नियमित रूप से अपने क्रेडिट कार्ड बिल और EMI का भुगतान करें, अपनी क्रेडिट लिमिट का बुद्धिमानी से उपयोग करें, और अनावश्यक क्रेडिट आवेदनों से बचें।

Also Read:
21 अप्रैल से लागू होंगे जमीन रजिस्ट्री के नए नियम, जानिए क्या है नए नियम Land Registration New Rules

याद रखें, एक उच्च CIBIL स्कोर न केवल आपको आसानी से लोन प्राप्त करने में मदद करेगा, बल्कि आपको बेहतर ब्याज दरों और शर्तों का लाभ भी प्रदान करेगा। अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए, अपने CIBIL स्कोर को प्राथमिकता दें और इसे लगातार सुधारने का प्रयास करें।

 

Also Read:
रेलवे का बड़ा अपडेट! बच्चों के टिकट के नए नियम लागू – जानिए वरना हो सकती है परेशानी Railway Ticket Rules For Children

Leave a Comment

Whatsapp Group